Mehfil- Royal (Nawabi) Urdu Sher, Shayri Collection Part-1
सवाल आप हैं गर तो जवाब हम भी हैं ,.,.
हैं आप ईंट तो पत्थर जनाब हम भी हैं,.,!!!
Sawal aap hai gar to jawab ham bhi hain
Hai aap eent to patthar janab ham bhi hain
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सुना है की समन्दर को बहुत गुमान आया है,,.
उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफ़ान आया है.,.!!!
Suna hai ke samandar ko bahut guman aaya hai
Udhar hi le chalo kashti jidhar toofan aaya hai
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जब दुशमन पत्थर मारे तो उसका जवाब फूल से दो..
पर वो फूल उसकी कबर पर होना चाहिये ..!!!
Jab dushman patthar mare to uska jawab fool se do
Par wo fool uski kabra par hona chahiye
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तेरी वफ़ा की खातिर जलील किया तेरे शहर के लोगो ने ।।
एक तेरी फिकर न होती तो जला देते तेरे शहर को ।।
Teri wafa ki khatir jaleel kiya tere shehar ke logon ne
Ek teri fikar na hoti to jala dete tere shehar ko
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खून मे ऊबाल, वो आज भी खानदानी है,.,
दुनिया हमारे शौक की नहीं , हमारे तेवर की दिवानी है,.,!!!
Khoon me ubaal , wo aaj bhi khandani hai
Duniya hamare shauk ki nahi hamare tewar ki diwani hai
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मै रिश्तों का जला हुआ हूँ....
दुश्मनी भी फूँक - फूँक कर करता हूँ...!!!
Mai rishton ka jala hua hun
Dushmani bhi phoonk phoonk kar karta hu
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चल पड़ा हूँ अब मैं भी ज़माने के उसूलों पे ,.,
अब मैं भी अपनी बातों से मुकर जाता हूँ ,.,!!!
Chal pada hun ab mai bhi jamane ke usoolon pe
Ab mai bhi apni baton se mukar jata hun
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गम के पास तलवार, मैं उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ..!
ऐ जिंदगी ! तेरी हर चाल के लिए मैं एक चाल लिए बैठा हूँ..!!!
Gam ke pas talwar, main ummeed ki dhal liye baitha hu
Ae jindagi ! teri har chal ke liye main ek chal liye baitha hun
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अभी तो जवान हो तुम क्या नमाज क्या रोजा....?
अभी तो उम्र पड़ी है चलो शराब पीयें ,.,!!!
Abhi to jawan ho tum kya namaj kya roja?
Abhi to umra padi hai chalo sharab piye
सवाल आप हैं गर तो जवाब हम भी हैं ,.,.
हैं आप ईंट तो पत्थर जनाब हम भी हैं,.,!!!
Sawal aap hai gar to jawab ham bhi hain
Hai aap eent to patthar janab ham bhi hain
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सुना है की समन्दर को बहुत गुमान आया है,,.
उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफ़ान आया है.,.!!!
Suna hai ke samandar ko bahut guman aaya hai
Udhar hi le chalo kashti jidhar toofan aaya hai
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जब दुशमन पत्थर मारे तो उसका जवाब फूल से दो..
पर वो फूल उसकी कबर पर होना चाहिये ..!!!
Jab dushman patthar mare to uska jawab fool se do
Par wo fool uski kabra par hona chahiye
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एक तेरी फिकर न होती तो जला देते तेरे शहर को ।।
Teri wafa ki khatir jaleel kiya tere shehar ke logon ne
Ek teri fikar na hoti to jala dete tere shehar ko
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खून मे ऊबाल, वो आज भी खानदानी है,.,
दुनिया हमारे शौक की नहीं , हमारे तेवर की दिवानी है,.,!!!
Khoon me ubaal , wo aaj bhi khandani hai
Duniya hamare shauk ki nahi hamare tewar ki diwani hai
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मै रिश्तों का जला हुआ हूँ....
दुश्मनी भी फूँक - फूँक कर करता हूँ...!!!
Mai rishton ka jala hua hun
Dushmani bhi phoonk phoonk kar karta hu
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चल पड़ा हूँ अब मैं भी ज़माने के उसूलों पे ,.,
अब मैं भी अपनी बातों से मुकर जाता हूँ ,.,!!!
Chal pada hun ab mai bhi jamane ke usoolon pe
Ab mai bhi apni baton se mukar jata hun
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गम के पास तलवार, मैं उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ..!
ऐ जिंदगी ! तेरी हर चाल के लिए मैं एक चाल लिए बैठा हूँ..!!!
Gam ke pas talwar, main ummeed ki dhal liye baitha hu
Ae jindagi ! teri har chal ke liye main ek chal liye baitha hun
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अभी तो जवान हो तुम क्या नमाज क्या रोजा....?
अभी तो उम्र पड़ी है चलो शराब पीयें ,.,!!!
Abhi to jawan ho tum kya namaj kya roja?
Abhi to umra padi hai chalo sharab piye
Mehfil- Royal (Nawabi) Urdu Sher, Shayri Collection Part-2
Reviewed by Ashish Awasthi
on
November 10, 2014
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